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Showing posts from September, 2025

एक छोटी सी कहानी 107

☝🏼 एक छोटी सी कहानी  संजीव (मित्र): "तुमने इतनी बड़ी कंपनी कैसे खड़ी की?" धीरूभाई अंबानी : "मैंने सीखा — बड़ा सोचो, छोटा शुरू करो, और जल्दी आगे बढ़ो।" 👉🏼 छोटे से कदम भी सही दिशा में हों, तो मीलों की दूरी तय कर लेते हैं।   🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 106

☝🏼एक छोटी सी कहानी   अमित: “दोस्त लोग घूमने गए हैं, मैं रह गया तो मस्ती miss हो जाएगी…” रोहित: “अरे, तू अभी एक चैप्टर जीत ले… कल सब तुझसे नोट्स मांगने आएंगे।” 👉 FOMO (Fear of Missing Out) कुछ घंटों की खुशी देता है, लेकिन फोकस वर्षों की जीत दिलाता है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 105

☝🏼 एक छोटी सी कहानी ज्योति: "नहीं… पापा तो मना ही करेंगे।" गणपत: " अगर कहे बिना ही हार मान ली, तो मना होना पक्का है। " 👉 जो पूछने की हिम्मत करता है, वही पाने का हकदार बनता है। कोशिश का जवाब कभी कभी ‘ना’ नहीं हो सकता है, लेकिन कोशिश न करने का जवाब हमेशा ही‘ना’ होता है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 104

☝️ एक छोटी सी कहानी मुकेश – “ये रास्ता कहाँ जाता है?” कुलदीप मुस्कुराया – “रास्ता कहीं नहीं जाता, मंज़िल की ओर हमें ही बढ़ना होता है।” 👉 जीवन में रास्ते बहुत हैं, पर मंज़िल वही पाता है जो दिशा खुद चुनता है और उस और कदम बढ़ाता है। 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 103

☝🏼 एक छोटी सी कहानी  सुषमा गुस्से में – “तुम्हें मेरी कद्र ही नहीं!” विनय शांति से – “कद्र तो है, पर जताना भूल जाता हूँ ।” उसने उसी शाम पहली बार फूल लाकर दिया। सुषमा की मुस्कान लौट आई । 👉🏼 कभी-कभी प्यार जताना भी जरूरी है  🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 102

☝🏼 एक छोटी सी कहानी व्यापारी ने ऑर्डर समय पर देने का वादा किया, लेकिन आलस और लापरवाही में देर हो गई। ग्राहक ने कहा — “माल तो अच्छा है, पर भरोसा टूट गया ।” वो ग्राहक कभी वापस नहीं आया। 👉🏼 बिज़नेस में सही माल और सही समय, दोनों की कीमत है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 101

☝🏼एक छोटी सी कहानी   रवि हमेशा पड़ोसी राकेश के बगीचे में नुक़्स निकालता — “ पौधा नहीं टिकेगा, फल नहीं आएंगे… ” कुछ महीनों बाद वही बगीचा फूलों-फलों से भर गया, और रवि चुपचाप देखता रह गया। 👉जो काम खुद न कर सको, उसमें दूसरों का उत्साह मत तोड़ो। 🧔🏻‍♂️श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 100

☝🏼एक छोटी सी कहानी  🦅 एक बाज उड़ रहा था, पीछे से एक कौआ उसकी पीठ पर बैठकर चोंच मारने लगा। 🦅 बाज ना घबराया, ना पलटा… बस ऊंचा उड़ने लगा… इतना ऊंचा कि ऑक्सीजन कम हो गई और कौआ खुद गिर पड़ा। 😮 बाज ने लड़ाई नहीं की, बस ऊंचाई बढ़ाई! 👉 हर बात का जवाब मत दो… Ignore करना भी एक ऊंची उड़ान है! 🚀✨ 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 99

☝🏼 एक छोटी सी कहानी बिजली चली गए, बच्चा अँधेरे में रोया, पिता ने कहा – “सो जा, सुबह रोशनी आ जाएगी।” माँ ने कहा – “ मैं हूँ न, तेरा डर अभी चला जाएगा ।” 👉 माँ अँधेरे में रह सकती है, पर बच्चे के लिए स्वयं रोशनी बनती है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 98

☝🏼 एक छोटी सी कहानी  ऋतिक (स्टाफ): "सर, इतनी मेहनत क्यों,  shortcuts से जल्दी आगे क्यों नहीं बढ़ते?” नारायण मूर्ति (मुस्कराकर): “क्योंकि मैं ये साबित करना चाहता हूँ कि बिना shortcuts, शिखर तक पहुँचा जा सकता है।” 👉🏼 सच्ची सफलता वही है, जो सिद्धांतों की नींव पर खड़ी हो। 🧔🏻‍♂️श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 97

☝🏼एक छोटी सी कहानी   रीना (मोबाइल पर स्क्रॉल करते हुए): “देख न, सब कितना अच्छा कर रहे हैं… उनकी लाइफ़ कितनी परफेक्ट लगती है।” सोनल (मुस्कराकर): “फोन में झाँककर तू उनकी लाइफ़ देखती रहेगी, तो अपनी लाइफ़ में सुधार कब करेगी?” 👉 दूसरों की ज़िंदगी में झाँकने से अच्छा है अपनी ज़िंदगी को सँवारना। 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 96

☝🏼एक छोटी सी कहानी 👩🏻 सुमन: तुम कभी मेरी बात ध्यान से सुनते ही नहीं! 👨🏻 नितिन: सुनता तो हूँ, पर जवाब जल्दी दे देता हूँ। 👩🏻 सुमन: कभी-कभी जवाब से ज़्यादा बस सुनना ही काफी होता है। (नितिन मुस्कुराकर उसका हाथ पकड़ लेता है ❤️🙂) 👉 रिश्तों में सबसे बड़ी समझ यही है—हर बार जवाब नहीं, कभी-कभी सिर्फ साथ चाहिए। 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 95

☝🏼एक छोटी सी कहानी नरेंद्र: “अरे यार, लोग क्या सोचेंगे?” गोविंद (मुस्कराकर): “अगर तू ही पहले से उनकी सोच सोचता रहा, तो अपनी ज़िंदगी कब जिएगा? ” 👉 लोगों की सोच को जवाब नहीं, सफलता चाहिए। लोग सोचते रहेंगे, पर इतिहास केवल कार्यों से लिखा जाता है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 94

☝🏼 एक छोटी सी कहानी वह रस्सी तक पहुँचा ही था कि मन ने पूछा – "तेरे जाने के बाद तेरे माँ–बाप? तेरे बच्चे? तेरे दोस्त? क्या तूने सोचा उनका क्या होगा? " उसने कल्पना की – माँ का बिखर जाना, पिता का टूट जाना, बच्चों की आँखों में सवाल, दोस्तों की खामोशी। पलकों से आँसू बहे… और उसी क्षण उसने आत्महत्या का विचार त्याग दिया। उसने तय किया – " मरना नहीं है… जीना है, परिवार और अपने सपनों के लिए। " 👉 मौत आसान है, पर जीकर सहारा बनना ही असली साहस है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 93

☝🏼एक छोटी सी कहानी सोनू: तुझे सबसे ज्यादा डर किससे  लगता है? मोनू: झूठ बोलने के बाद पकड़े जाने से। सोनू: तो सच बोलना शुरू कर, डर अपने आप चला जाएगा। 👉 सच बोलने वाला कभी डरता नहीं, क्योंकि झूठ से पैदा हुआ डर वहीं खत्म हो जाता है जहाँ सत्य की शुरुआत होती है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 92

☝🏼एक छोटी सी कहानी  👷‍♂️ राहुल: अरे, आज कॉलेज में इतना उत्सव क्यों? 👨‍💻 सौरभ: आज Engineers Day है, सर एम. विश्वेश्वरैया को याद करने का दिन। 👷‍♂️ राहुल: ओह! इंजीनियर क्यों इतने खास? 👨‍💻 सौरभ: क्योंकि पुल, मोबाइल, बिजली, गाड़ियाँ—सब उन्हीं की देन है। वे सपनों को हकीकत बनाते हैं। 👷‍♂️ राहुल: सच है! हर इंजीनियर को आज सलाम। 🙌 👉🏼 इंजीनियर्स सिर्फ मशीनें नहीं बनाते, बल्कि जीवन को आसान और सुरक्षित भी बनाते हैं। 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 91

☝🏼 एक छोटी सी कहानी नरेंद्र को हर बार चिल्लर मिलती तो वह उसे मामूली समझकर खर्च कर देता। उसका दोस्त गोविंद वही चिल्लर गुल्लक में डाल देता। साल के अंत में गुल्लक टूटी—गोविंद के पास हज़ारों रुपये थे, और नरेंद्र  खाली हाथ । 👉 छोटी बचत ही बड़ी कमाई की असली शुरुआत है। 🧔🏻‍♂️श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 90

☝🏼 एक छोटी सी कहानी रवि बोला – "तू हर बात में गुरुदेव की ही क्यों सुनता है?" दीपक मुस्कुराया – "क्योंकि उन्होंने मुझे वहां रोका, जहां सबने मुझे बढ़ावा दिया था।" पास बैठे बुजुर्ग ने कहा – "जिसे तुम टोकना समझते हो, वही असली संरक्षण होता है ।" 👉🏼 गुरु की डांट में भी ममता होती है, और रोक में भी दिशा होती है।  🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 89

☝🏼 एक छोटी सी कहानी  👦🏻सुमित: “पापा, सुपरहीरो कौन होता है?” 👨🏻धर्मराज: “ जो खून देकर किसी की जान बचा ले, वही असली हीरो है। ” 🦸‍♂️ 👉 सच्ची वीरता, किसी की जान बचाने में है। 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 88

☝🏼एक छोटी सी कहानी  👨🏻जयेश: “तू बार-बार रक्तदान क्यों करता है?” 🧔🏻‍♂️अनंत (मित्र): “क्योंकि हर बार मैं किसी की नई सुबह बनना चाहता हूँ।” ☀️ 👉 खून देना मतलब ज़िंदगी की किरण देना। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 87

☝🏼 एक छोटी सी कहानी 🎂 रीमा ने अपने जन्मदिन पर पार्टी न रखी, बल्कि दोस्तों को लेकर रक्तदान के लिए ब्लड बैंक पहुँची। सीमा (सखी)– “केक से खुशी मिलती, लेकिन रक्त से ज़िंदगी ।” 👉सबसे बड़ा गिफ़्ट – रक्तदान। 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 86

☝🏼 एक छोटी सी कहानी 👩🏻कविता: “बेटा, खून देने से तू कमज़ोर तो नहीं होगा?” 👦🏻तरुण (बेटा): “नहीं माँ, और मज़बूत हो जाऊँगा … किसी को ज़िंदगी देकर ।” 👉 किसी दान से कमी नहीं होती, देने से इंसान और महान बनता है। 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 85

☝🏼 एक छोटी सी कहानी पापा रात देर से लौटे। ललित दौड़कर आया, बोला, "पापा, मैं आपका इंतज़ार कर रहा था, ताकि हम साथ खाना खा सकें।" पापा थककर भी मुस्कुराए — उस रात खाना स्वाद से ज्यादा प्यार से भर गया। 👉🏼 साथ बैठकर खाना रिश्तों में मिठास भर देता है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 84

☝🏼 एक छोटी सी कहानी  रीना–अमित रोज़ झगड़ते थे। एक दिन अमित – “हमारे वैवाहिक जीवन में शांति क्यों नहीं रहती?” रीना – “क्योंकि हम दोनों की चाह है कि हमारी आवाज़ आख़िरी गूंज बने।” अमित मुस्कुराया – “ अब से आख़िरी शब्द ‘सॉरी’ और ‘थैंक यू’ होंगे। ” उस दिन से खटपट कम होने लगी। 👉 दांपत्य जीवन की मिठास बड़े वादों से नहीं, छोटे-छोटे शब्दों से आती है। ❤️ 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 83

☝🏼 एक छोटी सी कहानी पीयूष (टीम मेंबर): "अगर हम फेल हो गए तो?" अटल जी : "तो हम सीखेंगे, और अगली बार बेहतर करेंगे।" 👉🏼 "असफलता अंत नहीं, सुधार का पहला कदम है।" 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 82

☝🏼 एक छोटी सी कहानी श्रुज़ल: "गुरुजी, अच्छा शिक्षक बनने का राज़ क्या है?" डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन : "खुद सीखना कभी मत छोड़ो… जो सीखता है, वही सिखा पाता है। " 👉🏼 सच्चा शिक्षक उम्रभर विद्यार्थी बना रहता है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 81

☝🏼 एक छोटी सी कहानी श्रुति: "पापा, रात में लाल बत्ती पर क्यों रुके? कोई ट्रैफिक पुलिस नहीं है।" पापा: " कानून पुलिस के लिए नहीं, हमारे लिए है। " 👉🏼 "अनुशासन का सम्मान डर से नहीं, जिम्मेदारी से होना चाहिए।" 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 80

☝🏼 एक छोटी सी कहानी मयंक: "सर, बिज़नेस में सबसे अहम क्या है?" रतन टाटा : " अगर पैसे के लिए झूठ बोलना पड़े, तो वो सौदा मत करना ।" 👉🏼 भरोसा, हर सौदे की असली करेंसी है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 79

☝🏼 एक छोटी सी कहानी पिता: "गणित में कमज़ोर हो, रोज़ आधा घंटा अतिरिक्त इसे दो.।" (1 साल बाद)  सुधीर: "पापा, मैं टॉप कर गया!" 👉🏼 रोज़ थोड़ा, असर बड़ा। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 78

☝🏼एक छोटी सी कहानी बिजली चली गई, टीवी बंद हो गया। दादी ने अंधेरे में कहानी शुरू की , और सबने ध्यान से सुनी। पता ही नहीं चला कि कब रात और दिल दोनों रोशनी से भर गए। 👉🏼 साथ बिताया समय ही असली रोशनी है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी