एक छोटी सी कहानी 95

☝🏼एक छोटी सी कहानी

नरेंद्र: “अरे यार, लोग क्या सोचेंगे?”

गोविंद (मुस्कराकर): “अगर तू ही पहले से उनकी सोच सोचता रहा,

तो अपनी ज़िंदगी कब जिएगा?

👉 लोगों की सोच को जवाब नहीं, सफलता चाहिए। लोग सोचते रहेंगे, पर इतिहास केवल कार्यों से लिखा जाता है।

🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

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