Posts

Showing posts with the label prajatantra

धर्म – राजनीति – सिनेमा

Image
  कुछ समय पहले मैंने लिखा था भारत विविधताओं में एकता की मिसाल वाला देश है। यह एकता हमें हर दृष्टिकोण से देखने में मिलती है क्योंकि मैंने भी भारत की इस पवित्र और पावन भूमि का भ्रमण कश्मीर से लगाकर कन्याकुमारी तक और कच्छ से लगाकर कामख्या तक किया है। इस भूमि पर देखने में इतनी विविधताए हैं , इतना ही एक अलग ही नजारा है। वैसा मेरी जानकारी में विश्व के किसी और देश में हो नहीं है। यहां भाषा , भूषा और भोजन हर 20 कोस बाद जरूर परिवर्तन करता है। परिवर्तन के साथ साथ इसमें सब की एक अपनी अलग अलग पहचान भी है। वह पहचान ही हमारी अनेकता में एकता को दर्शाती है। हम सब की पारिवारिक सोच की स्थिति करीब करीब मैंने जहां तक देखा है पूरे भारत भर में एक जैसी देखी है। मुझे याद है मैं एक बार कोंकण रेलवे में त्रिवेंद्रम से मैंने जोधपुर तक की यात्रा के दौरान जब केरल में एक स्टेशन पर पूरा परिवार किसी अपने को पहुंचाने आता है और केवल पहुंचाने ही नहीं आता है वरन सबकी आंखों में आंसू भी आते हैं। उसी तरीके से प्यार और दुलार से जैसे कोई पूरा गांव किसी की रवानगी के लिए आया है या कहीं पर देखा कि किसी का स्वागत करने ...

लोकतंत्र भारत में कितना सफल - असफल

Image
  विश्व में शासन की दो प्रणालियां प्रचलित है राजतंत्र एवं लोकतंत्र । राजतंत्र में एक शासक होता है , जिसकी मर्जी से शासन प्रणाली चलती है ,   लोकतंत्र में जनता अपना शासक स्वयं चुनती है एवं समय-समय पर उसका कार्य निरीक्षण कर उन्हें पुनः   चयन या फिर नए शासक का चुनाव किया जाता है। राजतंत्र में एक व्यक्ति या परिवार सर्वोपरि होते हैं। लोकतंत्र में जनता सर्वोच्च होती है। लोकतंत्र की परिभाषा है "जनता का शासन , जनता के लिए , जनता के द्वारा" भारत में राजतंत्र की ज डें काफी गहरी व पुरानी रही है लेकिन 1947 में ब्रिटिश सत्ता से स्वाधीन होने के बाद भारत एक ही प्रयास में राजतंत्र से लोकतंत्र शासन प्रणाली में आ गया और 1950 में देश ने संविधान स्वीकार कर गणतंत्र शासन प्रणाली स्थापित की। आज स्वतंत्रता के ७३ वर्ष बाद इस बात का लेखा-जोखा करने का उचित समय है कि हमारी लोकतांत्रिक शासन प्रणाली में कहां सफलताएं मिली , कहां कमियां रही और भारत इस समय विश्व के अन्य देशों के समकक्ष कहां खड़ा है। सर्वप्रथम यह स्पष्ट करना जरूरी है कि लोकतंत्र की शासन प्रणाली सर्वोत्तम शासन व्यवस्था है। ...