एक छोटी सी कहानी 103

☝🏼एक छोटी सी कहानी 

सुषमा गुस्से में – “तुम्हें मेरी कद्र ही नहीं!”

विनय शांति से – “कद्र तो है, पर जताना भूल जाता हूँ।”

उसने उसी शाम पहली बार फूल लाकर दिया।

सुषमा की मुस्कान लौट आई

👉🏼 कभी-कभी प्यार जताना भी जरूरी है 

🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

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