एक छोटी सी कहानी 85
☝🏼एक छोटी सी कहानी
पापा रात देर से लौटे। ललित दौड़कर आया, बोला, "पापा, मैं आपका इंतज़ार कर रहा था, ताकि हम साथ खाना खा सकें।"
पापा थककर भी मुस्कुराए — उस रात खाना स्वाद से ज्यादा प्यार से भर गया।
👉🏼 साथ बैठकर खाना रिश्तों में मिठास भर देता है।
🙏🏼श्रैयाँस कोठारी
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