एक छोटी सी कहानी 99
☝🏼एक छोटी सी कहानी
माँ: “स्नेहा, ये खिलौना तुमने तोड़ा?”
स्नेहा (5 साल की, आँखें झुकाकर): “हाँ माँ, मुझसे गलती हो गई।”
माँ ने गुस्सा करने के बजाय उसे बाँहों में भर लिया।
👉🏼 सच्चाई पर सज़ा नहीं, भरोसा मिले तो बच्चा झूठ से दूर रहना सीखता है।
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