एक छोटी सी कहानी 173
☝🏼एक छोटी सी कहानी
ऋचा: “लंच बॉक्स रख दिया था तुम्हारे बैग में।”
हिमांशु (बिना देखे ही): “ठीक है।”
(ऋचा धीरे से मुड़ती है।)
हिमांशु: “ऋचा… Thank you. बिना बोले भी तुम बहुत कुछ कर देती हो।”
👉 कभी-कभी एक धन्यवाद, थकान से ज़्यादा प्यार भर देता है।
🌹श्रैयाँस कोठारी
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