एक छोटी सी कहानी 170

☝🏼एक छोटी सी कहानी

राहुल: “मेरा दिन पता नहीं कहाँ निकल जाता है।”

हितेश: “जहाँ ध्यान जा रहा है… दिन भी वहीं जा रहा है।”

👉 ध्यान बचाओ, दिन बच जाएगा।

🤟🏼श्रैयाँस कोठारी

Comments

  1. सव्व तो पमत्तस्स भयं

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