एक छोटी सी कहानी 113

☝🏼एक छोटी सी कहानी 

नितेश (गर्व से): “पापा, मैं बड़ा होकर आपकी तरह बनना चाहता हूँ।”

पिता (पलभर चुप रहकर): “और मैं चाहता हूँ तू मुझसे भी बड़ा बने।

👉 पिता की असली ख्वाहिश—पुत्र उससे आगे बढ़े।

🪻श्रैयाँस कोठारी

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