एक छोटी सी कहानी 107

☝🏼एक छोटी सी कहानी 

संजीव (मित्र): "तुमने इतनी बड़ी कंपनी कैसे खड़ी की?"

धीरूभाई अंबानी: "मैंने सीखा — बड़ा सोचो, छोटा शुरू करो, और जल्दी आगे बढ़ो।"

👉🏼 छोटे से कदम भी सही दिशा में हों, तो मीलों की दूरी तय कर लेते हैं।
 
🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

एक छोटी सी कहानी 02

हे प्रभु यह तेरापंथ -1

एक छोटी सी कहानी 03