एक छोटी सी कहानी 50

☝🏼एक छोटी सी कहानी

सास ने ससुर से कहा,
"इतनी-सी बात तो बहू को समझ लेनी चाहिए थी।"

उधर बहू ने भी अपने पति से कहा,
"मां जी को इतनी-सी बात तो समझ लेनी चाहिए थी।"

घर एक ही था, दीवारें भी एक थीं…
पर समझ — एक दीवार पार न कर सकी।

👉🏼बस एक "मैं ही सही हूं" की जिद और "वो समझ जाता तो…" की उम्मीद काफी होती है।

समझ अगर दो तरफा हो, तो घर दीवारों से नहीं — दिलों से जुड़ता है। 🕊️

🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

Comments

  1. खूब निभाया वादा
    शतक बन गया आधा

    रोज सुबह उठता हूं
    बौद्धिक प्रात राश पाता हूं

    चाय को छोड़ दिया है
    अब इसका नशा किया है

    स्फूर्ति सी पाता हूं
    प्रथम प्रात चाहता हूं

    श्री आलोक दूगड़
    (whatsapp के माध्यम से प्राप्त)
    फारबिसगंज

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

एक छोटी सी कहानी 02

हे प्रभु यह तेरापंथ -1

एक छोटी सी कहानी 03