एक छोटी सी कहानी 49

☝🏼एक छोटी सी कहानी 

पत्नी चुपचाप खाना परोस रही थी।
पति ने धीमे से पूछा, "नाराज़ हो?"
पत्नी ने सिर झुकाया, कुछ नहीं बोली।

पति ने धीरे से उसका हाथ पकड़कर कहा – “तुम्हारी चुप्पी में भी मैं तुम्हारा प्यार सुन सकता हूँ… लेकिन आवाज़ में सुनना ज़्यादा अच्छा लगता है।”

पत्नी मुस्कुरा दी।

👉 रिश्ते आवाज़ से नहीं, एहसास से चलते हैं।

🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

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