Posts

एक छोटी सी कहानी 90

☝🏼 एक छोटी सी कहानी रवि बोला – "तू हर बात में गुरुदेव की ही क्यों सुनता है?" दीपक मुस्कुराया – "क्योंकि उन्होंने मुझे वहां रोका, जहां सबने मुझे बढ़ावा दिया था।" पास बैठे बुजुर्ग ने कहा – "जिसे तुम टोकना समझते हो, वही असली संरक्षण होता है ।" 👉🏼 गुरु की डांट में भी ममता होती है, और रोक में भी दिशा होती है।  🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 89

☝🏼 एक छोटी सी कहानी  👦🏻सुमित: “पापा, सुपरहीरो कौन होता है?” 👨🏻धर्मराज: “ जो खून देकर किसी की जान बचा ले, वही असली हीरो है। ” 🦸‍♂️ 👉 सच्ची वीरता, किसी की जान बचाने में है। 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 88

☝🏼एक छोटी सी कहानी  👨🏻जयेश: “तू बार-बार रक्तदान क्यों करता है?” 🧔🏻‍♂️अनंत (मित्र): “क्योंकि हर बार मैं किसी की नई सुबह बनना चाहता हूँ।” ☀️ 👉 खून देना मतलब ज़िंदगी की किरण देना। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 87

☝🏼 एक छोटी सी कहानी 🎂 रीमा ने अपने जन्मदिन पर पार्टी न रखी, बल्कि दोस्तों को लेकर रक्तदान के लिए ब्लड बैंक पहुँची। सीमा (सखी)– “केक से खुशी मिलती, लेकिन रक्त से ज़िंदगी ।” 👉सबसे बड़ा गिफ़्ट – रक्तदान। 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 86

☝🏼 एक छोटी सी कहानी 👩🏻कविता: “बेटा, खून देने से तू कमज़ोर तो नहीं होगा?” 👦🏻तरुण (बेटा): “नहीं माँ, और मज़बूत हो जाऊँगा … किसी को ज़िंदगी देकर ।” 👉 किसी दान से कमी नहीं होती, देने से इंसान और महान बनता है। 🌹श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 85

☝🏼 एक छोटी सी कहानी पापा रात देर से लौटे। ललित दौड़कर आया, बोला, "पापा, मैं आपका इंतज़ार कर रहा था, ताकि हम साथ खाना खा सकें।" पापा थककर भी मुस्कुराए — उस रात खाना स्वाद से ज्यादा प्यार से भर गया। 👉🏼 साथ बैठकर खाना रिश्तों में मिठास भर देता है। 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी

एक छोटी सी कहानी 84

☝🏼 एक छोटी सी कहानी  रीना–अमित रोज़ झगड़ते थे। एक दिन अमित – “हमारे वैवाहिक जीवन में शांति क्यों नहीं रहती?” रीना – “क्योंकि हम दोनों की चाह है कि हमारी आवाज़ आख़िरी गूंज बने।” अमित मुस्कुराया – “ अब से आख़िरी शब्द ‘सॉरी’ और ‘थैंक यू’ होंगे। ” उस दिन से खटपट कम होने लगी। 👉 दांपत्य जीवन की मिठास बड़े वादों से नहीं, छोटे-छोटे शब्दों से आती है। ❤️ 🙏🏼श्रैयाँस कोठारी